मैनुअल श्रम से मैकेनाइज्ड सहायता की ओर: स्मार्ट खेती की दिशा में एक कदम
बैंक ऑफ बड़ौदा ने “फार्मर एम्पावरमेंट प्रोजेक्ट – उभरता भारत“ के तहत बायोस्टैट ग्लोबल ट्रस्ट को ₹45 लाख की वित्तीय सहायता प्रदान की है। इस परियोजना के अंतर्गत वडोदरा जिले के पादरा क्षेत्र के पाँच गांवों के 100 छोटे किसानों को सहयोग प्रदान किया गया, जिनके पास आधे एकड़ से कम कृषि भूमि है।
इन गांवों की मिट्टी बेहद उपजाऊ है, लेकिन आर्थिक सीमाओं के कारण किसानों के पास खेती के लिए उचित उपकरण नहीं हैं। इसी कारणवश वे पूरी क्षमता से उत्पादन नहीं कर पाते। इस परियोजना का उद्देश्य इन्हीं जरूरतमंद किसानों को आधुनिक कृषि उपकरण प्रदान कर उनकी उत्पादकता और जीवन स्तर को बेहतर बनाना है। किसानों को निम्नलिखित उपकरण वितरित किए गए:

- वीडर (हैंड-ऑपरेटेड ट्रैक्टर)
- डबल मोटर स्प्रे पंप
- फर्स्ट एड किट
- फावड़ा, दरांती और खुर्पी के सेट
- पाँच-दांते वाले कांटे
- छोटे फावड़े
- बायो-स्टिमुलेंट
- कोदालो (स्थानीय खुदाई उपकरण)
विश्रंपुरा, लोला, संधा, सोमजीपुरा और मुझपुर गांवों के किसानों को ये उपकरण प्रदान किए गए। किसानों को सशक्त बनाने और आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से पादरा तालुका के इन गांवों में यह वितरण किया गया।
इन उपकरणों से छोटे किसानों की कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी और मैनुअल श्रम में कमी आएगी।
इस परियोजना के तहत किसानों को एक वर्ष तक की क्षमता निर्माण (कैपेसिटी बिल्डिंग) प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा, ताकि वे आधुनिक और स्मार्ट खेती के तरीकों को अपनाकर अपने कृषि व्यवसाय को मजबूत बना सकें।
वितरण कार्यक्रम का आयोजन लोला गांव में किया गया, जो बैंक ऑफ बड़ौदा (वडोदरा) और बायोस्टैट ग्लोबल ट्रस्ट (मुंबई) की संयुक्त सीएसआर पहल का हिस्सा था। इस आयोजन में दोनों संस्थाओं के वरिष्ठ अधिकारी, गांवों के सरपंच और लाभार्थी किसान उपस्थित थे।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
- श्री विमल कुमार नेगी – जीएम सीएसआर, बैंक ऑफ बड़ौदा
- श्री मनोज कुमार – एजीएम सीएसआर, बैंक ऑफ बड़ौदा
- श्रीमती आशा कुरूप – डिप्टी रीजनल मैनेजर, बैंक ऑफ बड़ौदा
- श्री कुणाल पगारे – ईसी मैनेजर, बैंक ऑफ बड़ौदा
- श्री प्रवीण कुमार – चीफ मैनेजर एवं ब्रांच हेड, बैंक ऑफ बड़ौदा
- श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव – लीड सीएसआर, एवं प्रोग्राम हेड, बायोस्टैट ग्लोबल ट्रस्ट
- श्री मंदार कुलकर्णी – रीजनल सेल्स मैनेजर, बायोस्टैट
- श्री शिवम कुमार – टेरिटरी मैनेजर, बायोस्टैट
- श्री कार्तिक अरोरा – फील्ड मार्केटिंग मैनेजर, बायोस्टैट
- श्री प्रवीनसिंह सिंधा – चेयरमैन, कृषि उत्पादन बाजार समिति
- श्री महेशभाई पाधियार – सरपंच
- श्री राजेंद्रसिंह परमार – सरपंच
- श्री गिरीशभाई – सरपंच
- श्री रतिलाल – सरपंच
बायोस्टैट ग्लोबल ट्रस्ट (मुंबई) न केवल उपकरण वितरित करता है, बल्कि विशेष रूप से मानसून के दौरान किसानों को मौसमी कृषि सलाह भी देता है। यह ट्रस्ट किसानों की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने हेतु कई योजनाएं चलाता है। साथ ही यह संस्था भारत के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 10 वीं कक्षा के 5,000 मेधावी लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों—विशेष रूप से किसानों के बच्चों—को शैक्षणिक सहायता भी प्रदान करती है। वार्षिक 5000 छात्रोंको 2,500 रुपये दरवर्षी साल में एक बार 2017 से दे रहे हैं I
इस अवसर पर बायोस्टैट ग्लोबल ट्रस्ट की प्रमुख श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव ने कहा,
“यह पहल हमारे चेयरमैन श्री जुज़र एस. खोराकीवाला के उस सपने के साथ पूर्णतः मेल खाती है, जिसमें वे भारत के प्रत्येक किसान को आत्मनिर्भर बनते देखना चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि देश के हर किसान का बच्चा शिक्षित हो सके।“
हम मिलकर ग्रामीण भारत में सशक्तिकरण और सतत विकास के बीज बो रहे हैं।

